केरल के इदुक्की जिले में दंगा – किसी सेकुलर न्यूज़ चैनल पर कोई खबर नहीं…
केरल के इदुक्की जिले का व्यापारिक मुख्यालय थोडुपुज़ा में गत शुक्रवार को उग्र मुस्लिमों की भीड़ ने जमकर दंगा मचाया, कई दुकानों में आग लगाई और लूटपाट की। जुमे की नमाज़ के बाद मस्जिदों से बाहर निकले सैकड़ों मुसलमान इस बात पर आरोप लगा रहे थे कि स्थानीय न्यूमैन कॉलेज बी कॉम के एक प्रश्नपत्र में पैगम्बर मोहम्मद और अल्लाह के बारे में अपमानजनक प्रश्न पूछा गया है, लेकिन जैसा कि हमेशा होता है मुसलमानों का किसी लोकतान्त्रिक पद्धति पर विश्वास तो है नहीं, न कोई पुलिस रिपोर्ट, न कॉलेज प्रशासन से कोई शिकायत की, बस पागल की तरह उठे और जुमे की नमाज़ के बाद दंगा मचाना शुरु कर दिया।इस दंगे में कई पुलिसवाले और मासूम राहगीर जख्मी हुए, तथा दंगाईयों ने थोडुपुझा के श्रीकृष्ण स्वामी मन्दिर के मुख्य द्वार को भी तोड़ दिया (यानी शिकायत कॉलेज प्रशासन से, लेकिन निशाना हिन्दुओं पर… इस प्रकार के ठस लोग हैं ये)। सड़क चलती महिलाओं और 12वीं की परीक्षा देने जा रहे विद्यार्थियों को भी नहीं छोड़ा गया और जमकर पीटा गया।
केरल की “कमीनिस्ट” सरकार के पुलिस अधिकारियों ने प्रोफ़ेसर टीजे जोसफ़ पर केस दर्ज किया है, जबकि कॉलेज के अन्य प्रोफ़ेसरों का कहना है कि अकेले जोसेफ़ को दोषी ठहराना ठीक नहीं, क्योंकि प्रश्नपत्र तैयार करने वाली एक कमेटी होती है।
इस मामले में पेंच यह है कि न्यूमैन कॉलेज की स्थापना डायोसीज़ ऑफ़ कोठामंगलम द्वारा कार्डिनल न्यूमैन की याद में की गई थी। आशंका व्यक्त की जा रही है कि ईसाईयों के एक ग्रुप ने जानबूझकर हिन्दू-मुसलमानों के बीच दंगा फ़ैलाने के लिये यह चाल खेली है। दीपिका.कॉम नामक मलयाली वेबसाईट ने चतुराईपूर्ण तरीके से जोसफ़ को सीपीएम का सदस्य बताकर इस मामले से “चर्च” की भूमिका को गायब कर दिया। इस प्रकार की “हरकत” और शरारत लगातार जारी रहेगी… अमूमन अनपढ़ मुस्लिमों में दिमाग तो घुटने से भी नीचे ही होता है, किसी मुल्ला ने शुक्रवार को कुछ बका और ये निकल पड़े हथियार लेकर बिना कुछ सोचे-समझे।
इस मामले में ईसाई बेहद चालाक हैं, पहले मुस्लिम और ईसाई अलग-अलग होकर हिन्दुओं को मारेंगे, फ़िर बाद में आपस में लड़ेंगे…। वैसे तो पूरी दुनिया में ईसाईयों ने मुस्लिमों के पिछवाड़े में डण्डा कर रखा है, लेकिन फ़िलहाल भारत में इन्हें ये हिन्दुओं से लड़वायेंगे… क्योंकि जैसा कि पहले ही कहा जा चुका है इनमें दिमाग नाम की कोई चीज़ तो होती नहीं… बस “इस्लाम खतरे में है…” सुनाई दे जाये, तो ये निकल पड़ेंगे…।
रही राष्ट्रीय मीडिया की बात, तो पुण्य प्रसून वाजपेयी को अमिताभ-सीलिंक मामले, रवीश कुमार को गुजरात मामले और रजत शर्मा को मूर्खतापूर्ण जादू-टोने वाली खबरों से फ़ुरसत मिले तब ये दिखायें, और उनके “असली मालिक” बरेली के दंगों की तरह, ऐसे किसी भी दंगे को ब्लैक आउट करने को कहते रहें… तो वह भी क्या करें…
8 comments:
बिल्कुल सही लिखा, लेकिन हिन्दू तो अभी भी नहीं चेतते. पूरी राजनीति साम्प्रदायिकता की नींव पर चल रही है, लेकिन अगर हिन्दू कह दो तो ये सब शिकारी कुत्तों की तरह टूट पड़ते हैं
March 29, 2010 at 1:23 PMaap aisa karo ki 1 rashttiya news chaannel khol lo....aur sare dango ki khabar chalao...blog likhne se kya hoga??
March 29, 2010 at 2:20 PMबाप रे कल ही तो वहीं से लौटा हूँ !
March 29, 2010 at 5:29 PMये बात बिलकुल सही है की ईसाई होते बहुत चालाक हैं ,और भारत में सेकुलर मीडिया व् नेता इनके साथ हैं तो इनको डरने की क्या बात है
March 29, 2010 at 6:09 PMagar sarkar chahe to islam ke khiaf agar koi likhta he to us khabar ko bahar kyu ane diyq jata h or iljam muslmano par lagaya jaa h galti kai logo ki hoti h sirf muslmano ki nahi
March 29, 2010 at 6:28 PMकुछ भी कर लो , इनको सुधारना ही पड़ेगा। इनका जन्म ही आंतकवाद से हुआ है। इनका जबाब इन्ही के शब्दों मैं देना होगा । तभी ये लोग सुधरेंगे।
March 29, 2010 at 10:02 PMकैसी बात करते हो? मुस्लिम दंगाईयो को दिखाने से अरब देशो से आनेवाली खैरात बंद नहीं हो जायेगी? हमें तो अपना चैनल चलाना है भाई! खर्चा-पानी जिधर से आयेगा उसका ही ध्यान रखना पडेगा ना?
March 31, 2010 at 1:02 AMइस पर केवल रजिस्टर्ड यूजर को ही पोस्टिंग की अनुमति दें... जिससे कि अनोनिमस एक जैसे लोगों को रोका जा सके..
April 1, 2010 at 7:54 PMPost a Comment
बेधड़क अपने विचार लिखिये, बहस कीजिये, नकली-सेकुलरिज़्म को बेनकाब कीजिये…। गाली-गलौज, अश्लील भाषा, आपसी टांग खिंचाई, व्यक्तिगत टिप्पणी सम्बन्धी कमेंट्स हटाये जायेंगे…